

राजकीय इंटर कॉलेज भुमियाधार में विधिक जागरुकता शिविर का किया आयोजन

नैनीताल। उत्तराखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण नैनीताल एवं जिला न्यायाधीश महोदया/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण नैनीताल के मार्गदर्शन के दृष्टिगत जिले में 15 दिवसीय “सड़क सुरक्षा सह अभियान” के तहत पराविधिक स्वय सेवक यशवंत कुमार द्वारा जिला मुख्यालय नैनीताल स्थित राजकीय इंटर कॉलेज भुमियाधार में विधिक जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया |





जिसमे यशवंत कुमार द्वारा छात्र-छात्राओं को यातायात के नियमों के बारे में बताया गया और यातायात के नियमों का पालन करने के लिए जागरूक किया गया और बताया गया कि यातायात के नियमों का पालन करना हमारे जीवन के लिए कितना महत्वपूर्ण है और यातायात के नियमों का पालन करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है सड़क सुरक्षा का मतलब उन नियमों का पालन करना है जिससे सड़कों पर होने वाली दुर्घटना को रोका जा सके या कम किया जा सके। सड़कों पर चलने वाले यात्रियों से लेकर किसी भी प्रकार के वाहन चालकों को सड़क सुरक्षा के नियमों के बारे में पता होना चाहिए।सड़क सुरक्षा को बनाए रखने के लिए हमें यातायात के बनाए गए नियमों का पालन बड़ी सख्ती के साथ करना होगा. ऐसा करने से हम अपने साथ-साथ दूसरों का भी जान-माल का नुकसान होने से बचा सकते हैं। यातायात नियमों का पालन करने से आप अपनी और अपने परिवार की जिंदगी को सुरक्षित रख सकते हैं। सर्वे के अनुसार यह पाया गया है कि अधिकतर सड़क दुर्घटना मामलों में 18 वर्ष से कम उम्र के नाबालिक शामिल होते हैं। ऐसे बच्चे जो बिना सड़क सुरक्षा नियमों को जाने अपने निजी वाहनों का इस्तेमाल करने लगते हैं वह अधिक दुर्घटना के शिकार होते हैं सड़क सुरक्षा नियमों से अवगत कराना जरूरी है। जिससे कि वे सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करना सीख सकें।
जगरुकता शिविर मे कु0 अंबिका द्वारा छात्रों को संबोधित करते हुआ कहा हमारे देश का भविष्य युवाओं पर निर्भर होता है, और देश के युवा पीढ़ी ही गलत रास्ते पर चलने लगे तो निश्चित ही यह युवाओं के भविष्य को अंधकार में ले जाता है, युवाओं के द्वारा नशा शौक से किया जाता है, नशा करना वे अपनी शान समझते हैं, लोगों के द्वारा विभिन्न प्रकार का नशा किया जाता है जैसे- तंबाकू, गुटखा, बीड़ी, सिगरेट, शराब आदि नशा युवाओं के द्वारा किया जाता है। आजकल के लगभग सभी युवा नशा करते हुए दिखाई पड़ते हैं, और यह नशा आगे चलकर उनके लिए बहुत हानिकारक और जानलेवा साबित होता है ।देश में नशा मुक्ति से बहुत लाभ हो सकता है, नशे से मुक्त होकर व्यक्ति चरित्रवान और बलवान बनते हैं, इसे पारिवारिक झगड़ा भी नहीं होता और हमारे जीवन को भी हानिकारक प्रभाव नहीं पड़ता , हम सभी को नशे से दूर रहना चाहिए तभी हम एक महान देश का निर्माण कर सकते हैं
जगरुकता शिविर में प्रधानाचार्य दिनेश कांडपाल प्राचार्य, त्रिभुवन आर्य ,प्रकाश चंद्र आर्य ,हीरालाल आगरी ,दान सिह बिष्ट ,हेमचंद्र जोशी, देवेश प्रसाद आदि अध्यापक अध्यापिकाएं व छात्र-छात्राएं मौजूद रहे |
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