
“काली बर्फ – द डार्क वेली” में खुलेंगी सच की परतें




दिल्ली। इस दुनिया के सारे सच यकीन पर खड़े होते हैं। आप यकीन करें तो सच अपने आप बन जाता है, वरना सच कुछ नहीं होता। इसी झूठ और सच के यकीन की खुलती हुई परतों पर आधारित नाटक “काली बर्फ – द डार्क वेली” का मंचन बहुत जल्द ही फ़रीदाबाद शहर में होने जा रहा है। भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से इस नाटक का मंचन अदाकार नाट्य अकेडमी कर रही है, जिसका निर्देशन सुभाष चंद्रा कर रहे हैं। नाटक में शामिल शहर के कलाकार इन दिनों इसकी रिहर्सल में जुटे हुए हैं। फरवरी और मार्च माह में इस नाटक के पांच मंचन शहर में आयोजित किए जाएंगे।
यह नाटक कश्मीर की पृष्ठभूमि पर आधारित है, जहां आर्मी और जेहादियों के बीच की लड़ाई जगजाहिर है। ऐसे में सुदूर कश्मीर में अब्दुल अपनी बीवी के साथ खुशी-खुशी रह रहा है। इन दोनों की खुशनुमा जिंदगी और भी रंगीन हो जाती है, जब अब्दुल की बीवी मां बनने वाली होती है। उनके गांव में जेहादियों द्वारा बम फेंकने की घटना से स्थितियां पूरी तरह बदल जाती हैं। आर्मी और जेहादियों की इस लड़ाई में अब्दुल का होने वाला बच्चा मारा जाता है। इस घटना में अपने बच्चे को खोने से अब्दुल की बीवी पागलों की तरह बर्ताव करने लगती है। वह एक खिलौने को अपना बेटा मानने लगती है और अब्दुल भी उसकी खुशी के लिए उसे यही यकीन दिलाता है कि उसकी गोद में पल रहा खिलौना वास्तव में उनका अपना बच्चा ही है। इसी यकीन दिलाने की जद्दोजहद में वह बच्चे के इलाज के लिए डॉक्टर को भी ले आता है। इस तरह पूरे नाटक में ही यकीन करने और ना करने के बीच स्थितियां सामने आती हैं।
“काली बर्फ – द डार्क वेली” नाटक का निर्देशन सुभाष चंद्रा कर रहे हैं। वही नाटक की परिकल्पना और डिज़ाइन दीपक पुष्पदीप का है। इस नाटक में मुख्य पात्रों की भूमिका रमन चंजोतरा, भारती यादव, लिली मित्रा, हेमंत कौशिक और अंकुश शर्मा निभा रहे हैं। इसके साथ ही अभिषेक राठौड़ प्रॉपर्टी, आकाश सेंगर संगीत, अभिषेक प्रिंस सेट की ज़िम्मेदारी निभाते हुए मंच परे के कलाकारों की भूमिका निभा रहे हैं। नाटक का रिहर्सल इन दिनों दिल्ली में चल रहा है।
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